Saturday, November 22, 2014

Dusshera - 2012

न रहा अहंकार ना अहंकारी
थी उसकी मति गयी मारी
यूं तो था वो शिव का पुजारी
पर उठा ले आया वो एक अबला नारी
तो आज भी क्या अलग काल है
इन राजनीतिज्ञों के बीच हमारा भी तो वही हाल है
पर अब भगवान की गुहार बेकार है
क्यूंकि धर्म पर भी तो इन लोभियों का अधिकार है
जैसा हर युग में होता है इधर भी होगा
जब हर इन्सान पहनेगा बुद्धिमत्ता और सत्य का चोगा
अब इन कुरीतियों और भ्रश्तात्माओं का क्या काम है
जो सच की राह पर चल पड़ा वही श्री राम है

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